भारतीय राजपुताना सेवा संगठन ने मनाया स्थापना दिवस
बेंगलुरु में हुआ तीन दिवसीय आयोजन, पुज्या राजनंदनी जी ने सुनाई राम कथा.
गया: भारतीय राजपुताना सेवा संगठन ने अपने गौरवपूर्ण *स्थापना दिवस* को इस वर्ष विशेष रूप से धार्मिक एवं सांस्कृतिक स्वरूप देते हुए तीन दिवसीय राम कथा का आयोजन किया. यह कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु में भव्य रूप से सम्पन्न हुआ.
गौरतलब है कि संगठन की स्थापना रामनवमी के पावन अवसर पर अप्रैल 2011 में हुई थी, और तभी से यह दिन संगठन के लिए सेवा, संगठन और संस्कार की प्रेरणा का प्रतीक बन गया है. इस वर्ष स्थापना दिवस को विशेष रूप से भगवान श्रीराम की स्मृति में *राम कथा* के माध्यम से मनाया गया.
कार्यक्रम में प्रख्यात कथा वाचिका पूज्या राजनंदनी जी ने भगवान श्रीराम के आदर्शों, उनके जीवन के प्रेरणादायक प्रसंगों और मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में उनकी भूमिका को अत्यंत भावपूर्ण एवं सरल भाषा में प्रस्तुत किया. कथा स्थल पर भक्तिरस से सराबोर वातावरण में बड़ी संख्या में श्रोताओं की उपस्थिति देखने को मिली.
भारतीय राजपुताना सेवा संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनिल सिंह सिकरवार ने कथा समापन अवसर पर संबोधित करते हुए कहा,
हमारा संगठन केवल सामाजिक कार्यों तक सीमित नहीं है, बल्कि हमारी जड़ें धर्म, संस्कृति और मर्यादा में गहराई से जुड़ी हैं. राम कथा के आयोजन के माध्यम से हम आने वाली पीढ़ियों को अपने संस्कारों और परंपराओं से जोड़ना चाहते हैं.
इस सफल आयोजन में विशेष भूमिका बेंगलुरु टीम की रही. संगठन के बेंगलुरु अध्यक्ष सुनील सिंह के नेतृत्व में समर्पित कार्यकर्ताओं ने तीनों दिन कार्यक्रम की व्यवस्था को सुचारू रूप से संचालित किया. उनकी टीम ने स्थानीय समन्वय, श्रद्धालुओं की सेवा, कथा स्थल की सजावट और प्रसाद वितरण जैसे सभी पहलुओं में प्रशंसनीय योगदान दिया।
तीन दिनों तक चले इस आयोजन में संगठन के पदाधिकारी, युवा कार्यकर्ता, समाजसेवी और विभिन्न राज्यों से आए राजपूत समाज के प्रतिनिधियों ने सक्रिय भागीदारी निभाई.