जम्मू-कश्मीर की घटना के विरोध में राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने निकाला कैंडल मार्च,
पाकिस्तान मुर्दाबाद के लगाए नारे.
गया: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किए गए हमले में निर्दोष हिंदू नागरिकों की हत्या से पूरा देश आक्रोशित है. यह कायरतापूर्ण कृत्य मानवता को शर्मसार करने वाला है. इस दुखद घटना के बाद बिहार प्रदेश राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन ने मृतकों की आत्मा की शांति हेतु एक कैंडल मार्च निकाला. यह मार्च संगठन के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मनीष पंकज मिश्रा के नेतृत्व में निकाला गया. कैंडल मार्च के दौरान सैकड़ों की संख्या में लोगों ने हाथों में मोमबत्तियां लेकर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की. उपस्थित लोगों ने “भारत माता की जय” और “आतंकवाद मुर्दाबाद” जैसे नारे लगाकर अपने गुस्से और दुख को व्यक्त किया.
इस मौके पर डॉ. मनीष पंकज मिश्रा ने कहा कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जो देश या संगठन आतंकवादियों को शरण देता है, उसे कड़ी सजा दी जानी चाहिए. उन्होंने कहा कि एक बिहारी पूरे पाकिस्तान पर भारी, वाली कहावत भी हमलोग सच्ची साबित कर देंगे, अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इशारा हो तो हमलोग स्वयं जाकर इस घटना का बदला पाकिस्तान से ले सकते हैं.उन्होंने यह भी कहा कि भारत शांति प्रिय देश है, लेकिन जब बात देश की सुरक्षा और नागरिकों की जान की आती है, तो हमारे सैनिक किसी भी सीमा तक जाने को तैयार हैं. यदि भारत को लड़ना भी पड़े, तो भारतीय सेना पूरी तरह से सक्षम और तैयार है.
आतंकवादियों और उनके सरपरस्तों को मुंहतोड़ जवाब देने का समय आ गया है.
कैंडल मार्च के माध्यम से न सिर्फ शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई, बल्कि एक सशक्त संदेश भी दिया गया कि पूरा देश आतंक के खिलाफ एकजुट है.
इस दौरान भाजपा पूर्व जिला उपाध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद अधिवक्ता ने केंद्र सरकार से यह मांग की कि आतंकियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए और जम्मू-कश्मीर में रहने वाले निर्दोष नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए. अंत में सभी उपस्थित लोगो ने दो मिनट का मौन रखकर मृतकों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
कार्यक्रम में पूर्व मीडिया प्रभारी संतोष ठाकुर, राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन के कार्यवाहक अध्यक्ष राणा रणजीत सिंह, विजय प्रसाद उर्फ काला नाग, राघवेंद्र दत्त, नीरज कुमार सिन्हा, अजय भट्टाचार्य, डॉ विकास सिंह, रामबालक पांडे, डॉ. अजय यादव, सुनील यादव, अमित कुमार, धर्मेंद्र पांडे, प्रमोद सिंह, विनोद सिंह, बबलू गुप्ता, महेश यादव, मंटू कुमार, ललन कुमार, सीता देवी, ज्योति कुमारी, नीलम कंडुलना, माला सिन्हा, जिया वर्मा, शंभू शरण सिंह, राजेश तिवारी, दिनकर कुमार मिश्रा, संदीप कुमार, डॉ. शशि भूषण मिश्रा, अश्वनी मिश्रा, समीम खान, सुखनंद तिवारी, ललन दास सहित अन्य कई लोग शामिल हुए.
बाइट- डॉ. मनीष पंकज मिश्रा, प्रदेश अध्यक्ष, राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठन.