गया: जिले के कोंच थाना क्षेत्र के डबूर गांव के रहने वाले नेमन सिंह के बेटे ब्रजेश सिंह उर्फ ब्रिजेश कुमार सिंह को गया पुलिस व एसटीएफ ने 2 अप्रैल को कोंच थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया था. इनकी गिरफ्तारी पर ब्रजेश सिंह के परिजनों ने कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर की है. साथ ही आलाधिकारियों से इंसाफ की गुहार लगाई है.
ब्रजेश सिंह की पत्नी अनसुइया देवी व भाई राजेश सिंह ने मीडिया के सामने पुलिस पर अन्याय करने का आरोप लगाया है. परिजनों का कहना है कि आठ वर्षों में कभी भी पुलिस ने कोई नोटिस नहीं भेजा, न कोई वारंट जारी किया गया. लेकिन विगत बुधवार की रात अचानक एसटीएफ सैकड़ों की संख्या में गांव में पहुंची और ब्रिजेश सिंह को जबरन उठा ले गयी. अब उसे नक्सली बताकर जेल भेज दिया गया. अगर उनके विरुद्ध कोई मामला था, तो पुलिस को सूचना देनी चाहिए थी.
राजेश सिंह ने कहा कि ब्रिजेश सिंह का किसी उग्रवादी संगठन से कोई लेना-देना नहीं है. वह कोंच थाना क्षेत्र के गांव डबुर में रहकर खेती-बाड़ी कर रहे थे. अगर उन पर कोई मामला दर्ज था तो पुलिस को पहले सूचित करना चाहिए था.
वही अनसुइया देवी ने कहा कि उनके पति हर छोटी-बड़ी बात उनसे करते थे. अगर वह किसी नक्सली संगठन से जुड़े होते या किसी केस में वांछित होते, तो उन्हें जरूर पता होता. उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस निर्दोष व्यक्ति को नक्सली बताकर फंसा रही है. एक अच्छे इंसान की छवि खराब की जा रही है और परिवार को बेवजह परेशान किया जा रहा है. अनसुइया देवी ने प्रशासन से न्याय की मांग करते हुए कहा कि उनके पति को झूठे आरोपों में फंसाया गया है. सरकार और पुलिस को इस मामले की निष्पक्ष जांच करनी चाहिए और निर्दोष को न्याय दिलाना चाहिए.
बाइट- राजेश सिंह, पीड़ित का भाई.